बिलासपुर : ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ के उपलक्ष्य में गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय में कुलपति प्रो. आलोक कुमार चक्रवाल की प्रेरणा से वानिकी, वन्यजीव एवम् पर्यावरण विभाग द्वारा जागरूकता प्रसार हेतु साइकिल रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति प्रो. रणधीवे एवं प्रभारी कुलसचिव श्री सूरज मेहर की गरिमामयी उपस्थिति में हुआ। उक्त कार्यक्रम में प्रो. रणधीवे ने अपने उद्बोधन में पर्यावरण की सार्वभौमिकता के बारे में बताते हुए मानव जीवन में स्वच्छ पर्यावरण की महत्ता पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर श्री मेहर जी ने सतत् पर्यावरण एवं विकास के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए छात्रों को प्रकृति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने हेतु आग्रह किया। तदुपरांत प्राकृतिक संसाधन संकाय के संकायाध्यक्ष प्रो. एस. सी. तिवारी ने विभिन्न पर्यावरण संकटों व समस्याओं पर चिंता व्यक्त करते हुए छात्रों को दैनिक दिनचर्या में परिवर्तन ला कर पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रोत्साहित किया। प्रो. तिवारी ने वानिकी विभाग द्वारा विभिन्न पोस्टर, बैनर व होर्डिंग्स के माध्यम से पर्यावरण जागरूकता के प्रयासों की सराहना करते हुए संतुलित जीवनशैली अपनाने का समर्थन किया। इस कार्यक्रम में वानिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. के. के. चंद्रा ने छात्रों को पर्यावरण दिवस के इस वर्ष के थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण’ के बारे में जानकारी देते हुए पारंपरिक तरीकों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। उन्होंने नदियों के घटते जलस्तर, घटते वन क्षेत्र पर चिंता व्यक्त करते हुए युवाओं को प्रकृति के प्रति संवेदनशील रहने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम की समन्विका सहायक प्राध्यापक डॉ. गरिमा तिवारी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में विश्वविद्यालय द्वारा ‘ई-वेस्ट संग्रहण’ के अभिनव पहल की घोषणा की जिसमें विश्वविद्यालय के इलेक्ट्रॉनिक अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य किया जाएगा। डॉ. गरिमा तिवारी ने छात्रों को जैव विविधता व पर्यावरण के संवर्धन हेतु उद्बोधित करते हुए विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर में ‘मिशन लाइफ’ के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण हेतु विश्वविद्यालय में विगत एक माह से आयोजित विभिन्न कार्यक्रम जैसे पेपर फ्री कैंपस, प्लास्टिक प्रदूषण, जैविक खाद, खाद्य सुरक्षा आदि विषयों पर आयोजित कार्यक्रमों व जागरूकता रैली के संदर्भ में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में वानिकी विभाग के प्राध्यापकगण, डॉ. अरविंद, डॉ. मैरी, डॉ. गौरव, डॉ. मैक्सूधन, डॉ. दामिनी, अनिमेष शुक्ला व समस्त शोध विद्यार्थियों एवं छात्र-छात्राओं की सक्रिय भूमिका रही। उक्त कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।