बढ़ते कदम के संस्थापक स्व.अनिल गुरुबक्षाणी जी की 11वीं पुण्यतिथि पर 3 दिवसीय होंगे विभिन्न मानव सेवाकार्य।

रायपुर : 14 जुलाई गुरुजी की पुण्यतिथि को मानवसेवा दिवस के रूप में मनाता आ रहा है बढ़ते कदम परिवार।
पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण एवं पौधा वितरण कार्यक्रम। “दुवा करने से बेहतर है,किसी जरूरतमंद की मदद करना” उक्त पंचलाइन को अपने जीवन का सिद्धांत बनाकर अपने मानव जीवन को चरितार्थ करने वाले “स्व.अनिल गुरुबक्षाणी जी” जी की 14 जुलाई को 11वीं पुण्यतिथि पर 3 दिवसीय मानवसेवा दिवस पर बढ़ते कदम द्वारा होंगे विभिन्न सेवाकार्य। संस्था अध्यक्ष अशोक गुरुबक्षाणी एवं मीडिया प्रभारी राजू झामनानी ने कार्यक्रम को विस्तार से बताया कि – देवेंद्र नगर आफिस में प्रातः 10:30 बजे गुरुजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ ही फिजियोथेरेपी सेंटर का माननीय विधायक महोदय द्वारा पुनः लोकार्पण किया जाएगा। संस्था संयोजक व पौधा वितरण प्रभारी इंद्रकुमार डोडवानी एवं प्रेम प्रकाश मध्यानी ने बताया कि गुरुजी चौक देवेंद्र नगर में विशाल भंडारे के साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए विभिन्न प्रकार के पौधों के वितरण की सेवा दोपहर 12 बजे से 02 बजे तक की जाएगी। साथ ही देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में वृक्षारोपण भी किया जाएगा।

15 जुलाई को नगर के विभिन्न आश्रमों में अन्नदान की सेवा की जाएगी। 16 जुलाई को सुबह 11 बजे देवेंद्र नगर आफिस में प्रतिभाशाली छात्रों को स्कॉलरशिप चेक वितरण किये जायेंगे । दोपहर 02 बजे बढ़ते कदम की दल्लीराजहरा शाखा में फ़ाजिल सर द्वारा विद्यार्थियों को मोटिवेशनल स्पीच दी जाएगी। शाम 4 बजे विशाल ब्लड डोनेशन कैंप मरीन ड्राइव में लगाकर रक्तदान के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। संस्था प्रवक्ता सुंदर बजाज व किशोर पंजवानी ने आगे बताया कि – 14 जुलाई 2012 गुरुजी के देवगमन के दिवस को मानवसेवा दिवस घोषित करते हुवे विगत 10 वर्षों से 3 दिवसीय विभिन्न सेवाकार्य करते हुवे एवं उन्हें “गुरुजी”संबोधन से नवाजकर मानवसेवा का पाठ पढ़ाने वाले महामानवसेवक अनिल गुरुबक्षाणी जी को सच्ची श्रद्धांजलि दी जाती रही है। “गुरुजी” द्वारा मानवीय सर्वसमाज सेवा संकल्प के साथ मूक पशु पक्षियों की भी सेवा का संकल्प लेकर संस्था बढ़ते कदम का गठन किया गया था। संस्था के अध्यक्ष नें स्पष्ट किया कि संस्था की सभी सेवाएँ सर्वसमाज के लिए रहती हैं, जो कि सिर्फ दानदाताओं के सहयोग से ही संभव हो पाती हैं। संस्था उन सभी प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष दानदाताओं एवं सहयोगियों का आभार व्यक्त करती है,साधुवाद करती है।