2023 के आखिरी में होने जा रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में क्या होगा अभी किसी को पता नहीं है सभी अपने-अपने कयास लगा रहे हैं! पर इस बरसात में भी राजनिती गर्मियां तेज हो गई है सभी अपने-अपनी गोटिया फिट कर रहे हैं टिकट पाने के लिए अभी से ही अपनी-अपनी दावेदारी करनी शुरू कर दिए हैं कांग्रेस पार्टी ने अपने लोगों से आवेदन मांगना शुरू कर दिया है भाजपा भी अलग-अलग शहरों से पैनल मंगा रही है अब इन दोनों में से हटकर आम आदमी पार्टी जनता के मुद्दों को उठाकर आंदोलन कर रही है वह उनके राष्ट्रीय नेता प्रदेश में आकर माहौल बना रहे हैं चुनावी सभा करके जैसा गुजरात में उन्होंने किया था वैसा छत्तीसगढ़ में भी कर रहे हैं और फ्री वाली योजना घोषणा पत्र पढ़कर गए हैं अब देखना यह है कि क्या आम आदमी पार्टी आम जनता का भरोसा जीत पाएगी क्या वह भाजपा और कांग्रेस को पीछे छोड़कर सत्ता में पहुंचेगी या कुछ सीटे जीतकर किंग मेकर की भूमिका में रहेगी स्वर्गीय अजीत जोगी की पार्टी का पहले जैसा वजूद नहीं रहा और बीएसपी का भी जोर नहीं रहा इसका फायदा आम आदमी पार्टी उठा रही है कही न कही इसका लाभ उसे जरूर मिलेगा क्योंकि वह जनता के मूलभूत जुड़े हुए मुद्दों को लेकर आगे चल रही है पर अभी भी और ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी सत्ता तक पहुंचने के लिए क्योंकि हर स्टेट का अपना-अपना महत्व होता है अपनी-अपनी समस्याएं होती है और लोगों की अलग-अलग सोच होती है विचार होता है छत्तीसगढ़ की जनता दिल्ली व पंजाब जैसी नहीं है इसलिए वह जल्दी से आम आदमी पार्टी को सत्ता तक नहीं पहुंचाएगी हां उसे किंग मेकर की भूमिका जरूर दे सकती है? वह भी तब जब आम आदमी पार्टी अपना पूरा जोर लगा दे और जनता से जुड़े हुए उम्मीदवार को टिकट दे और दोनों पार्टियों के जो भीतर घाट होगा उसका फायदा मिल सकता है कुछ सीटों पर जरूर टक्कर देगी कुछ सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला होगा कुछ भी हो इस बार का चुनाव तो बड़ा की रोचक रहेगा
कांग्रेस अपनी सत्ता बचाए रखना चाहती है भाजपा वापस सत्ता पाना चाहती है इन दोनों को पीछे छोड़कर आम आदमी पार्टी सत्ता तक पहुंचाना चाहती है अब किसके सपने पूरे होंगे कौन मुंगेरी लाल का हसीन सपना देख रहा है यह तो वक्त ही बताएगा अभी तो चुनाव में दो माह बाकी है
तब तक बहुत कुछ उत्तर-पुथल मचेगी कुछ इधर लोग जाएंगे तो कुछ इधर आएंगे कुछ टूटेंगे तो कुछ जुड़ेंगे कोई दोस्त होगा तो कोई भीतर घात करेगा जीतेगा वही जो जनता के दिल पर राज करेगा ऊठ किस करवट बैठेगा यह समय के गर्भ में है पर जो भी कुछ होगा यह चुनाव
बड़ा यादगार रहेगा जनता के लिए भी और राजनीतिक पार्टीयो के लिए भी
इस चुनाव में 18 साल से ऊपर वाले नए वोटर भी जुड़ेंगे और उनका झुकाव किस तरफ रहेगा वही चुनाव की तस्वीर को सामने रखेगा अब किसकी नैया पार लगेगी यह तो वक्त ही बताएगा तीनों पार्टियों अपना-अपना जोर लगा रही है जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए एक से बढ़कर एक लोक लुभावने घोषणा पत्र भी तैयार करेगी इसमें आम आदमी पार्टी ने बाजी मार दी है वह पहले ही जनता को लुभाने के लिए कई घोषणा कर दी है अब देखना है भाजपा व कांग्रेस क्याकरती है।
जो जनता से पूछ कर घोषणा पत्र तैयार करने के लिए जनता के बीच में पहुंच रही है सबको उसका भी इंतजार है
क्या भूपेश पर भरोसा जनता का कायम रहेगा या मोदी का जादू चलेगा या केजरीवाल की चाल सब पर भारी पड़ेगी ?
यह तो वक्त ही बताएगा