भारत शिव बाबा की जन्मभूमि है

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की बहनों द्वारा ग्राम पौसरा में पहुंच कर वहां उपस्थित ग्राम वासियों को परमात्मा का परिचय देते हुए आदरणीय राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी राखी दीदी जी ने कहा कि विश्व गुरु कहलाने वाला भारत वसुदेव कुटुंबकम की भावना रखने वाला भारत निरंतर देने वाला भारत सचमुच में एक सच्चा तीर्थ स्थान है, जिस भारत में स्वयं भगवान शिव का अवतरण होता है, उस भारत देश में हम रहते हैं यह सचमुच में हमारे लिए बहुत ही गौरव की बात है, परंतु आज हम उस परमात्मा को भूल गए हैं जो हमारे वास्तविक परमपिता परमात्मा शिव बाबा है वास्तव में हमारे दो पिता है एक है शरीर के पिता और दूसरा परमपिता परमात्मा शिव बाबा जो सभी आत्माओं के पिता है शरीर के पिता को भी उस परमपिता परमात्मा शिव बाबा से अविनाशी बेहद सुख शांति और संपत्ति मिलती है परंतु उनका वास्तविक परिचय नहीं होने के कारण हम इस बेहद सुख शांति और संपत्ति का अनुभव नहीं कर पा रहे हैं हम आध्यात्मिकता के जरिए परमात्मा से जुड़ सकते हैं किसी भी कार्य की सफलता के लिए आध्यात्मिकता का होना आवश्यक ही नहीं परंतु अनिवार्य है क्योंकि आध्यात्मिकता वह शक्ति है जो हमें न केवल बाहरी परंतु आंतरिक सुख और शांति की अनुभूति कराती है आध्यात्मिकता हमें अपना और परमात्मा शिव बाबा का परिचय कराती है और अंत में ब्रह्माकुमारी अंजू दीदी ने सभी को आध्यात्मिकता के जरिए परमात्मा से जुड़े इसका तरीका बताते हुए सबको राजयोग कराया इस प्रकार उक्त कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ