बिलासपुर ///रायपुर –:::–कुछ दिनों में छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगने वाला है, गांव गली मोहल्ला शहर सभी जगह एक ही चर्चा है, कब आचार संहिता लगेगा और कब बीजेपी कांग्रेस दोनों पार्टी का टिकट वितरण होगा और किसको मौका मिलेगा यह चर्चा गाहे बगाहे हर चौक चौराहे पर देखने को मिल रहा है। दोनों प्रमुख पार्टी बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता और दावेदार टक टकी लगाए बैठे हैं। गांव गांव में भी यह चर्चा का विषय बना हुआ है कि हमारे सीट से कौन प्रत्याशी होगा।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस चुनाव समिति का बैठक आज रायपुर में संपन्न हुआ, 90 सीटों पर पुनः चर्चा हुई लगभग सीटों पर सामंजस्य बन गया है कुछ सीटों पर दो तीन का पैनल बना है, 13 तारीख को दिल्ली में सी ई सी की मीटिंग होगा तत्पश्चात नवरात्रि में प्रत्याशियों की सूची जारी होने की उम्मीद की जा रही है।
विधानसभा कसडोल के चर्चित, जनप्रिय, निर्विवाद नेता प्रदेश सचिव विमल साहू को लेकर भी आज छत्तीसगढ़ चुनाव समिति में विस्तृत चर्चा हुआ , उनका नाम ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, जिला कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी ,सभी सर्वे और पैनल में प्रमुखता से शुरू से ही है। विमल साहू की निर्विवाद छवि और किसी से किसी भी तरीका से खटास नहीं होने के कारण किसी ने उनके नाम पर आपत्ति नहीं जताई। ज्ञात हो कि विमल साहू सभी दावेदारों में सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा, निर्विवाद और कसडोल के ही तुरमा गांव के स्थानीय दावेदार हैं, लगभग 16 विधानसभा में बलौदा बाजार, भाटापारा, बिलाईगढ़ ,सारंगढ़ पामगढ़, मस्तूरी, अकलतरा,धरसिवा, रायपुर ग्रामीण,महासमुंद, खल्लारी,बसना,राजिम,पाटन,दुर्ग ग्रामीण ,शक्ति , जांजगीर चांपा, विधानसभा में विमल साहू का स्ट्रांग 5000 से 10000 वोटर हैं, युवाओं और महिलाओं में स्ट्रांग होल्ड है, क्योंकि विमल साहू पूरे प्रदेश भर में भी दौरा करते हैं जिसका कारण सभी समाज प्रमुखों से उनका सीधा संबंध है, विभिन्न संगठनों जैसे प्रदेश सचिव संघ ,रोजगार सहायक संघ, मितानिन संघ, आंगनबाड़ी संघ, रसोइया संघ,शिक्षक कर्मि संघ, विद्द्या मितान संघ, गेस्ट लेक्चरर इंजीनियरिंग संघ , वन कर्मी संघ,असंगठित कर्मचारी संघ, अनियमित कर्मचारी संघ , श्रम यूनियन संघ और 5- 10 संघो के लोगों से सीधे जुड़े होने के कारण और सब के सुख-दुख में हमेशा साथ खड़े होने के कारण उनका पापुलैरिटी इन विधानसभाओं के साथ-साथ पूरे प्रदेश में हैं जिसका लाभ पार्टी को आने वाला विधानसभा 2023 और लोकसभा 2024 में लाभ होने की उम्मीद है। जिस पर भी चुनाव समिति में चर्चा किया गया। विमल साहू को यदि कसडोल से प्रत्याशी बनाया जाता है तो निश्चित रूप से इन विधानसभा में भी उसका असर देखने को मिलेगा और कांग्रेस पार्टी को फायदा होगा इस आधार पर भी विमल साहू वर्तमान में मजबूती स्थिति में है l अब देखना होगा हाईकमान क्या फैसला लेता है यह तो भविष्य के गर्भ पर है परंतु विमल साहू को अगर पार्टी कसडोल विधानसभा से प्रत्याशी बनाएगी तो एक सीट निश्चित रूप से कांग्रेस की झोली में जाएगी और साथ ही साथ आसपास के सभी सीटों पर कांग्रेस को फायदा होते नजर आ रहा है।बलोदा बाजार के प्रमुख तीन सीट बलौदा बाजार ,भाटापारा और बिलाईगढ़ में में भी साहू समाज और साहू वोटर निर्णायक है इसका भी लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलेगा। बूथ जोड़ों से भारत जोड़ो तक हर कार्यक्रम में विमल साहू की उपस्थिति ही उनका आज प्रबल दावेदार होने का मुख्य कारण है। साहू जी से इस बारे में चर्चा की गई गई तो उन्होंने कहा पार्टी हाई कमान जो भी तय करेगा वह शिरो धारीय है, क्योंकि टिकट का इस बार पैमाना सर्वे है तो मुझे लगता है सर्वे के आधार पर जो भी होगा अच्छा होगा,मेरा कर्तव्य सबका सेवा करना और वह मैं करता रहूंगा पार्टी जो भी निर्देश देगी उसका पालन अक्षरसा करूंगा।छत्तीसगढ़ चुनाव समिति की बैठक संपन्न, सभी सीटों पर हुई सार्थक चर्चा,कसडोल विधानसभा के प्रबल दावेदार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव विमल साहू के नाम पर किसी ने नहीं जताई आपत्ति।