“शदाणी दरबार में अवतरण महोत्सव”

शदाणी दरबार के संस्थापक संत सतगुरु श्री शदाराम साहिब जी का अवतरण सूर्यवंशी भगवान श्री राम जी के पुत्र लव के वंशज लोहाणा खत्री परिवार में शारदीय शुक्ल पक्ष चतुर्दशी के शुभ दिन सोमवार को सन् 1708 में हुआ था । बाल्यावस्था से ही विलक्षण प्रतिभा के धनी संत जी संसार में मानव के दुख व तकलीफ देखकर द्रवित हृदय से उनके कल्याण का मार्ग कैसे प्रशस्त हो सोचा करते थे। मानव मात्र के कल्याण की भावना बाल्यावस्था से ही उनके हृदय में हिलोरे मारती थी । इस शुभ भावना से प्रेरित होकर युवावस्था में ही उन्होंने तीर्थाटन करते हुए भारत भ्रमण करके, लोगों की परेशानियां, दुख, तकलीफ और परिस्थितियों का आकलन किया। उस समय सिंध में मुस्लिम शासक के जुल्म से दुखी सिंध वासियों ने शिव मंदिर में भगवान शिव की शरण ली और अनवरत प्रार्थना करते हुए जुल्मों से मुक्ति दिलाने की कामना की। वहां के सरपंच (मुखी) जी को शिव (ईश) प्रेरणा हुई और शिव आदेशानुसार उन्होंने संत जी से प्रार्थना की और शिव अवतारी संत जी ने उनकी प्रार्थना स्वीकार कर सिंध के माथेलों में आकर लोगों के दुख दूर करने हेतु दुखभंजन धूणीं साहेब (शिव भभूति) जी की स्थापना की और लोगों के दुख दूर होने लगे, उन्होंने अनवरत लोगों के दुख दूर करने की सेवा जारी रहे, इस हेतु शदाणी संत परंपरा की नींव रखी, जो आज 315 वर्षों के पश्चात् भी कायम है। वर्तमान में नवम् पीठाधीश्वर संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल जी महाराज शदाणी दरबार तीर्थ रायपुर में सेवा हेतु विराजमान है। अवतरण महोत्सव 27 अक्टूबर के शुभ अवसर पर अनेक सेवा कार्य देश व विदेशों में किया जा रहे हैं।शुभ अवतरण दिवस पर आज 27 अक्टूबर को प्रातः कालीन भजन- कीर्तन तथा सत्संग प्रवचन संत शदा राम चौक बोरिया कला में 9 – 11:00 am बजे आयोजित किया गया। उसके पश्चात् धूणेश्वर हिंदी सिनेमा जो की शदाणी संतों की जीवनी व सेवा कार्यों पर फिल्माई गई है, जिसका उद्घाटन पूज्य स्वामी जितेंद्र नाथ जी तथा महाराज पूज्य श्री भूपेंद्र भाई पंड्या जी द्वारा संत डॉ. युधिष्ठिर लाल जी के सानिध्य में किया गया, जो की शदाणी चालीसा के पाठ के साथ संपन्न हुआ। धूणेश्वर फिल्म कलर्स मॉल में प्रतिदिन 2 शो में 27 अक्टूबर से चलाई जा रही है।27 अक्टूबर संध्या 4:00 बजे शिव शदाणी कंक्रीट आरएमसी प्लांट का उद्घाटन पूज्य स्वामी जितेंद्र नाथ तथा पूज्य श्री भूपेंद्र भाई पंड्या जी द्वारा किया गया। संध्या 6:00 बजे से भजन एवं श्रीमद् भागवत गीता पर व्याख्यान 7:00 बजे से पूज्य श्री भूपेंद्र भाई पांडे द्वारा जीव को शिव से मिलाने के महान उद्देश्य के साथ किया गया, पूज्यपाद स्वामी जितेंद्र नाथ जी महाराज ने भी इसी कड़ी में अपने प्रवचन की गंगा से सभी को सारोबार किया । शदाणी दरबार तीर्थ की वार्षिक पत्रिका व शदाणी सवंत् के कैलेंडर का विमोचन पूज्य महात्मा व्दय और संत जी के सानिध्य में गणमान्य अतिथियों द्वारा किया गया तथा भजन- कीर्तन व भंडारा के साथ प्रोग्राम सम्पन्न हुआ।