समाप्ति तरफ वर्ष 2023 , दिल की सच्ची बात विजय के साथ।

2023 अब समाप्ति की ओर है 2024 आने वाला है नए साल की नई शुरुआत होने वाली है लोग काफी खुश है तैयारीयां अभी कर रहे हैं 31st की यह साल बहुत कुछ सीखा कर गया पूरे विश्व को भारत को भी और हर इंसान को भी कुछ अच्छी यादें है कुछ खट्टी बातें भी रही सबके अपने-अपने सुख दर्द रहे पर यह साल मेरे लिए सिर्फ दुखों का भरा रहा सुख का पल के लिए तो मैं जैसे इंतजार करता रहा इस साल ने मुझे वह सब कुछ दिखा दिया वह सब कुछ सिखा दिया जिसे मैं आज तक देखा नहीं था आज तक सीखा नहीं था 18 साल का नजारा मुझे एक दफे में दिखा दिया कई चेहरों से नकाब भी हटा दिया कई लोगों की औकात भी बता दी और सच का नजारा भी दिखा दिया

(जीसे में 18 सालों से हीरा समझ कर संभाल के रख रहा था संदूक में असल में वह तो कंकर निकले और जिन्हें कंकर समझकर बाहर फेंक रहा था असल में हीरे तो वह थे )

कहने का तात्पर्य यह है कि जिन बातों को मैं सुनकर भी अनजान था देख कर भी चुप था समझ कर भी नादान था जीसे में मीठा अमृत समझ रहा था असल में वह तो मीठा जहर निकला और जिसे जहर समझा था असल में अमृत तो वही था दुख तकलीफ परेशानियां तो जीवन का हिस्सा है आती है जाती हैं पर धोखा फरेब विश्वास घाट वे घटना है जो इंसान को तोड़ देती है कई ऐसी घटनाएं घटी जिसका सपने में भी मैंने सोचा नहीं था कि ऐसा होगा पर कहते हैं ना जो होता है अच्छे के लिए होता है शायद इसमें ही मेरा भला होगा भगवान यह सब मुझे दिखाना चाहता था तभी यह सब घटनाएं घटी 2023 में बहुत कुछ सिखा दिया और दिखा भी दिया अपने और पराए का भेद भी बता दिया मैं तो सीख गया पर वह सीख पाएंगे कि नहीं यह तो पता नहीं है क्योंकि उन्हें घमंड बहुत ज्यादा है दौलत का नशा भी बहुत ज्यादा है अहंकार भी बहुत ज्यादा है

सत्य को सुनकर भी अनसुना कर रहे हैं देख कर भी अनजान बन रहे हैं यह सब कुछ यही छुट जाएगा सबको ऊपर जाना है मिट्टी की किया है मिट्टी में मिल जाना है अच्छे कर्म है वह साथ जाएंगे बाकी सब यहीं छूट जाएंगे मैं तो समझ गया अब दुनिया समझे 2024 में आशा है कि वह एक नया सवेरा नई उमंग नहीं खुशी नई रहा और नई मंजिल नए लोगों का साथ सच विश्वास के साथ मिलेगा
विश्वास के साथ नए साल की आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं