अपना घर गुरु का दर है : संत लाल सांई

शहर के जाने-माने फिल्म वितरक राजकुमार मनसुखानी के द्वारा दो दिवसीय सिंधी फिल्म
(घर गुरुअ जो दर ) का 36 मॉल में 2 दिन फिल्म को लगाया गया जिसकी ओपनिंग प्रथम शो शनिवार के दिन शाम 4:00 बजे रखा गया इस उद्घाटन समारोह में सिंधु अमर धाम आश्रम झूलेलाल मंदिर चक्करभाटा के संत लाल सांई जी एवं पूज्यनीय बरखा भाभी मां के द्वारा भगवान झूलेलाल की मूर्ति पर फूल🌺🌻🌹🌷 अरपढ कर दीप प्रजवलित करके की गई इस फिल्म का प्रथम शो चक्करभाटा के पार्षद कांग्रेस नेता समाजसेवी विजय भा, के द्वारा बुक किया गया था उन्होंने अपने वार्ड एवं चक्करभाटा के लोगों को निशुल्क , फिल्म दिखाई जिसमें अधिक से अधिक महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हुए इस अवसर पर अपने अमृत वचनों में संतलाल सांई जी ने कहा कि जैसा कि हमारे बड़े बुजुर्ग कहते थे घर गुरु जो दर इसका तात्पर्य है कि इंसान कितना भी घूम फिर ले वापस अपने घर में ही आता है और जो आनंद सुख शांति अपने घर में है अपने मन में है वह कहीं और नहीं मिलती है वह मन है जो हमें घूमते रहता है लेकिन अंत में हमें अपने घर ही आना पड़ता है अगर हम अपने घर को गुरु का घर समझे मंदिर समझे वह वैसे ही उसे पूजा अर्चना करें जेसे भगवान के मंदिर में भगवान की मूर्ति होती है इस तरह हमारे घर में हमारे माता-पिता ही हमारे भगवान हैं यह समझकर हम उनकी आज्ञा का पालन करें

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उनकी सेवा करें छोटो को प्यार करें बड़ों का सम्मान करें तो अपना घर भी भगवान का घर बन जाएगा ऐसी फिल्में बननी चाहिए जिसमें एक संदेश भी हो और साथ में मनोरंजन भी हो फिल्में कोई भी भाषा की हो पर हर फिल्म जनता को तभी पसंद आती है जब उसकी कहानी जनता को दिल 💜❤ को छूवे , ओर तब उसे अपनी कहानी लगती है और हमें बहुत खुशी है कि हमारे समाज की सिंधी फिल्म है वैसे सिंधी फिल्म बहुत कम बनती है क्योंकि उसमें बजट ज्यादा रहता है और लोग सिंधी फिल्म देखना ज्यादा पसंद नहीं करते हैं यह हमारे समाज की जो एक कमी है उसे दूर करनी होगी फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ लोगों को जागृत करने के लिए वह अपनी संस्कृति भाषा को जोड़ने के लिए सबसे अच्छा साधन है इसलिए अधिक से अधिक समाज के लोगों को सिंधी फिल्म देखनी चाहिए वह जो फिल्म के वितरक है उनको भी सहयोग करना चाहिए ताकि उसे और आगे प्रोत्साहन मिल सके वह अन्य विषयों पर जो फिल्में बनी है उन्हें यहां पर लगा सके और सभी लोगों को दिखा सके इस अवसर पर चक्करभाटा के पार्षद समाजसेवी विजय भा,ने कहा कि जब भी कोई, सिंधी फिल्म बिलासपुर में लगती है तो मेरा उद्देश्य यही रहता है कि मेरे क्षेत्र के लोग इस फिल्म को जरूर देखें और मैं कौन हूं करने वाला यह तो भगवान झूलेलाल जी की कृपा हैं और संत जी का आशीर्वाद है जो मुझे सेवा का मौका मिलता है और मैं सेवा करता हूं और जब तक जीवित हूं सेवा करता रहूंगा आज मैंरे समाज के लोग मेरे क्षेत्र के लोग आए हैं फिल्म देखने के लिए इसमें बुजुर्ग और महिलाएं अधिक संख्या में है क्योंकि जैसी फिल्म है और जैसा नाम है उसके कारण, महिलाएं और बुजुर्ग जरूर देखें पहले उसके बाद दूसरा शो है वह युवाओं के लिए अलग रखा गया है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा आ सके और फिल्म बहुत सबको पसंद आई है ऐसा लगता है कि जैसे हमारी खुद की कहानी है हमारे आसपास की कहानी है फिल्म में सभी ने बहुत अच्छा काम किया है डायरेक्शन भी बहुत अच्छा है फिल्म के कलाकारों ने भी जी जान लगाकर अपने किरदार को वास्तविक रूप जैसा लगे उन्होंने वैसा काम किया है फिल्म के गाने ,बहुत अच्छे हैं और यह फिल्म एक बार नहीं बल्कि 10 बार देखेंगे तब भी आपको पंसद आएगी , फिल्म के डायरेक्टर ,निर्माता को बधाई देता हूं उन्होंने बहुत बेहतरीन फिल्म बनाई है और वितरक राजकुमार जी आगे भी इसी तरह सिंधी फिल्म लेकर आये ओर लगाए हमारा सहयोग बिल्कुल उनको मिलता रहेगा जैसा आज मिला है

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आगे भी वैसे ही मिलेगा , दूसरे शो में समाज के अध्यक्ष वरिष्ठ जन बड़ी संख्या में पहुंचे और फिल्म को देखा सभी ने फिल्म की बहुत तारीफ की और कहा आगे भी ऐसी फिल्में बनने चाहिए और हर परिवार को समाज के प्रत्येक व्यक्ति को यह फिल्म देखनी चाहिए इसमें बहुत सारी सिख भी है और संदेश भी है फिल्म के डायरेक्टर निर्माता को बहुत-बहुत बधाई उन्होंने बहुत अच्छी फिल्म का निर्माण किया है आशा है कि आगे भी ऐसे विषयों पर फिल्में बनाते रहेंगे
इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में राजकुमार मनसुखानी, मनोज मनसुखानी, रामकुमार मंसूखनी, पूज्य सिंधी पंचायत कशयप कॉलोनी के अध्यक्ष जगदीश जाग्यशी मुरली वाधवानी नरेंद्र नागदेव वह अन्य लोगों का सहयोग रहा