रीवा में इन्वेस्ट मध्य प्रदेश रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन


रीवा, मध्य प्रदेश – आज रीवा में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री, डॉ. मोहन यादव जी की उपस्थिति में आयोजित रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव का सफल आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MPIDC) के नेतृत्व में संपन्न हुआ, जिसमें कई उद्योगपतियों और निवेशकों ने भाग लिया।

विंध्य चैंबर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष, श्री सतीश सुखेजा ने इस महत्वपूर्ण अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी से मुलाकात की और कई उद्योगिक सुधारों की मांगों पर चर्चा की। चैंबर द्वारा सौंपे गए पत्र में निम्नलिखित सुझाव प्रमुख रूप से रखे गए:

1. व्यवसाय और उद्योग बोर्ड की स्थापना – व्यापारियों और उद्योगपतियों के संबंध में बेहतर समन्वय के लिए व्यापार बोर्ड का गठन हो।


2. ड्राइपोर्ट का निर्माण – सतना जिले में एक ड्राइपोर्ट की स्थापना की जाए, ताकि स्थानीय उद्योगों को बेहतर निर्यात सुविधाएं मिल सकें।


3. लाइसेंस की अवधि – उद्योगों के सभी लाइसेंस की वैधता 10 वर्षों की हो, जिससे उद्योगों को अधिक स्थिरता मिल सके।


4. व्यापार मेले में छूट – विंध्य चैंबर के व्यापार मेले में मोटर वाहन कर में ग्वालियर की तर्ज पर छूट दी जाए, जिससे व्यापारियों को प्रोत्साहन मिले।


5. सब्सिडी रिलीज – उद्योगों की रुकी हुई सब्सिडी की राशि को तुरंत रिलीज़ किया जाए।


6. फ्री होल्ड जमीन – उद्योगों की भूमि को फ्री होल्ड किया जाए, जिससे उद्योगों को स्थायी आधार पर निवेश और विकास का अवसर मिले।


7. व्यापारियों की समस्याओं का समाधान – व्यापारियों की सभी लंबित समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाए।



इस आयोजन में विंध्य चैंबर ऑफ़ कॉमर्स का डेलिगेशन भी सक्रिय रूप से उपस्थित रहा, जिसमें प्रमुख रूप से अमित अग्रवाल, अमित भावनानी, हिमांशु अरोड़ा, संकल्प सिंह, संजय शाह, विकास सुखेजा, सेवक राम अवतवानी, सौरभ खंडेलवाल, पंकज आहूजा, मनविंदर ओबेरॉय, आशु खत्री,मनोहर शीतलानी, गोपी गेलानी, अनिल नायक, अतुल मल्होत्रा, रमेश सिंह और तनिष्क सुखेजा शामिल थे। इसके अलावा सतना के कई प्रमुख व्यापारी बंधु भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे, जिन्होंने इस महत्वपूर्ण औद्योगिक पहल का समर्थन किया।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी ने इन सभी सुझावों पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया और कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक विकास के लिए हर संभव कदम उठाने को प्रतिबद्ध है। विंध्य क्षेत्र के उद्योगों को सशक्त बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है।