(संपादकीय)
रायपुर:- वैसे अभी जो चर्चा है देश भर में चुनाव की वह महाराष्ट्र और झारखंड की है पर जहां पर उपचुनाव होने वाले हैं यूपी में और छत्तीसगढ़ की मात्र एक सीट रायपुर दक्षिण जो हाट प्रोफाइल सीट मानी जाती है क्योंकि यहां पर विगत 7 बार से चुनाव जीते बृजमोहन अग्रवाल को लोकसभा सांसद बनने पर खाली हुई सीट से पूर्व सांसद रायपुर के वह पूर्व महापौर सुनील सोनी उम्मीदवार हैं,
और कांग्रेस पार्टी के युवा आकाश शर्मा उम्मीदवार हैं कुछ लोगों का कहना है कि यहां पर चुनाव सुनील सोनी नहीं बल्कि बृजमोहन अग्रवाल लड़ रहे हैं क्योंकि उनके साथ उनकी इज्जत दाव पर लगी हुई है इसलिए वह दिन रात मेहनत कर रहे हैं अब देखना यह है कि जिस तरह हर बार चुनाव में बड़ी जीत 🏆 दर्ज करते हैं क्या वह ईस बार जीत सुनील सोनी को दिला पाएंगे ?
यां कांग्रेस खाता खुलेगी और इतिहास बनाएगी ?
यह तो वक्त की बात है जनता क्या फैसला करती है आने वाला समय में ही पता चलेगा पर जिस तरह हल्की-हल्की ठंडी शुरू हो गई है प्रदेश में पर रायपुर में गर्मी पड़ रही है चुनावी गर्मी कुछ लोगों से चर्चा करने पर पता चला इसमें बीजेपी पार्टी के कार्यकर्ता भी थे उनमें से एक ने कहा नाम न छापने की शर्त पर उन्होंने बताया कि चुनाव तो कमल जीतेगा, हमने पूछा कमल का मतलब क्या है बृजमोहन या सोनी तो उनका कहना था कमल का मतलब है भारतीय जनता पार्टी अगर लोग वोट देंगे भी ना तो वह भाजपा और मोदी को देखकर वोट देंगे ना कि बृजमोहन या सोनी को देखकर ऐसा लगता है कि पार्टी के कार्यकर्ता भी बहुत नाराज है
इसका कारण एक है कि सुनील सोनी जनता में भी लोकप्रिय नहीं है सांसद वह महापुर रहते हुए उन्होंने कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया है जिससे उन्हें याद किया जाए वह जनता उन्हें समर्थन दें कार्यकर्ताओं में भी उनकी छवि अच्छी नहीं है इसी कारण लोकसभा चुनाव में उनका टिकट काटकर बृजमोहन को दिया गया अगर अच्छा कार्य करते तो उनका टिकट नहीं कटता, और वह मिलनसार भी नहीं है कई युवा साथी वह पार्टी के मेहनत करने वाले कार्यकर्ताओं में से किसी को टिकट देते तो खुशी ज्यादा होती पर पार्टी ने ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जो ना कार्यकर्ताओं को पसंद है ना जनता को पसंद है ,
जैसा सोशल मीडिया में देखने को सुनने को मिल भी रहा है पर कहीं न कहीं मन मार कर वह कार्य कर रहे हैं पार्टी के लिए जैसा कि इस कार्यकर्ता ने कहा कि चुनाव कमल जीतेगा इसका मतलब साफ है कि वह कार्य कर रहे हैं पार्टी के लिए ना कि बृजमोहन या सोनी के लिए और उनका कहना भी था जैसे हर बार जीतते हैं वैसे जीत इस बार नहीं होगी मतलब लड़ाई कांटे की है अगर कांग्रेस की पार्टी का उम्मीदवार मेहनत करते हैं और पूरी पार्टी के वरिष्ठ नेता एक होकर सपोर्ट करते हैं तो इतिहास बनेगा जरूर पर यहां पर कुछ लोगों का यह भी कहना है कांग्रेस ने डमी उम्मीदवार उतारा है अगर प्रमोद दुबे को टिकट दी जाती तो कांग्रेस चुनाव आसानी से जीत जाती?
जब हमर संगवारी के संपादक ने कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार से चर्चा की तो वह बहुत कॉन्फिडेंस में नजर आए और उन्होंने कहा कि पूरे दक्षिण विधानसभा में हर समाज का सहयोग मिल रहा है सिंधी समाज का भी सहयोग भरपूर मिल रहा है और उन्हें पूरा विश्वास है कि इस चुनाव में कांग्रेस इतिहास बनायेगी और वह भारी वोटो से चुनाव जीतेंगे इसका कारण उन्होंने बताया कि यहां पर बृजमोहन ने कोई काम नहीं किया है और सुनील सोनी की अपनी खुद की पहचान नहीं है जैसा लोग भी कहते हैं इसका फायदा उन्हें जरूर मिलेगा और वह चुनाव जीतेंगे हर नेता का अपना-अपना गणित और हिसाब होता है उनका गणित है पर जनता किस गणित पर राइट का निशान लगाती है किसे पास करती है किसे फेल करती है यह तो वोटिंग के बाद ही पता चलेगा पर यहां पर कई निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में खड़े हैं सूत्रों का कहना है कि जनता पार्टी ने खड़ा करवाया है ताकि वोट काटे जाए देखना है कि कौन किसका वोट काटता है बाजी कौन मारता है यह पूरा विधानसभा क्षेत्र वयसाई वर्ग है यहां पर रहने वाले लोग शहरी क्षेत्र से है और सिंधी समाज बाहुल्य क्षेत्र है सारा दामोदर सिंधी समाज समाज पर टिका है
सबकी नज़रें सिंधी समाज पर है कि वह क्या रुख अपनाती है क्या वह सब कुछ माफ करके दुख तकलीफ भुलाकर भाजपा को जिताएंगे ?
क्योंकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पार्टी ने एक भी समाज के उम्मीदवार को टिकट नहीं दी इसलिए उनको अभी आशा थी कि उप चुनाव में टिकट जरूर मिलेगा लेकिन खाली हाथ ही रह गए तो कहीं ना कहीं वह दर्द झलकता है और खासकर युवा वर्ग में बहुत नाराजगी है इस दर्द को कैसे दूर कर पाएंगे कैसे उन्हें वापस गले लगाएंगे,,समाज के लोगों 👫👬👭का,
केसे दिल जीत पाएंगे यह देखना होगा अब,
सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक दोनों पार्टियों के नेता कार्यकर्ता भहस में लगे पड़े हैं झंडा🚩 बैनर ज्यादा नजर नहीं आ रहे हैं पर डोर टू डोर जन समर्थन लेने के लिए लगे पड़े हैं उम्मीदवार घर-घर वह मंदिर व संतो के चरणों में पहुंच रहे हैं देखना है किसकी नाव 🚤 पार लगती है और किसकी नाव 🚣 बीच मझदार में डूबती है,
क्या साय का जादू चलेगा मोदी की गारंटी फिर से काम आएगी यां पासा पलटेगा?
भवदीय
विजय दुसेजा