श्री धनगुरु नानक दरबार जरहा भाटा में श्री हरि क्रिशन साहिब जी का पावन प्रकाश पर्व श्रद्धा भावना से मनाया गया।

बिलासपुर : श्री हरि क्रिशन साहिब जी का पावन प्रकाश पर्व श्रद्धा भावना से मनाया गया, इस बीच गुरुद्वारा साहिब आदर्श कालोनी बिलासपुर से भाई जसपाल सिंह रवि वीर जी, राजु सिंह जी, ने शब्द कीर्तन के राही समुह संगत को निहाल किया।
गुरु ग्रंथ साहिब जी का पावन शब्द गायन किया, वडहंस राग में ,, चौथे पातशाह जी श्री गुरु रामदास साहिब का पावन शब्द,,,,
( मैं प्रभ मिलन प्रेम मन आसा , गुर पुरा मिलावे मेरा प्रीतम हऊ वार वार अपने गुरु को जासा,) ,,,
शब्द का भाव ,,,, मेरे मन की आशा है कि मैं गुरु से मिलीं, कोई गुरु मुझे अकाल पुरख से मिलवा दे, ऐसे गुरु पर बलिहारी जाऊं, जिसने अकाल से जोड दिया। एक दिवसीय श्री जपुजी साहिब जी का अखंड पाठ हिंदी में 13 घंटों के लिए रखा गया साध संगत के द्वारा जिसका भोग साहिब रात्रि 9:00 हुआ साध संगत के द्वारा गुरु हर किशन साहिब जी के फोटो के सामने पांच मोम बत्तियां जलाकर प्रार्थना की गई। आनंद साहिब जी का पाठ करके संपूर्ण समाप्ति हुई।

तत्पश्चात भाई साहब देवराज धामेचा जी के द्वारा अरदास की गई प्रसाद वितरण किया गया साध संगत के लिए गुरु का अटूट लंगर वरताया गया इस अवसर पर बड़ी संख्या में साध संगत ने गुरु का अटूट लंगर चखा प्रसाद ग्रहण किया गुरु घर हाजरी लगाकर अपने जीवन को सफल बनाया इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में दरबार साहब के प्रमुख प्रबंधक भाई साहब मूलचंद नारवानी जी सोनू लालचंदानी, सेवादार डॉ हेमंत कलवानी पूर्व पार्षद सुरेश वाधवानी, प्रकाश जगियासी, नानक पंजवानी विजय दुसेजा, राजू धामेचा, जगदीश जगियासी, चंदू मोटवानी, नरेश मेंहरचंदानी, भोजराज नरवानी, मेघराज नारा, जगदीश सुखिजा, विकास बजाज, अनिता नारवानी, पलक हरज पाल, कंचन रोहरा, पलक मखीजा, राखी इदनानी, वर्षा सुखीजा, कशिश जेसवानी, अशोक मतलानी, गंगाराम सुखीजा, बलराम, रमेश भगवानी व कई सेवादारों का विशेष सहयोग रहा।