प्रेस क्लब के संविधान संशोधन का प्रस्ताव सदस्यों ने किया खारिज,मांगा चुनाव, घर से लिखकर लाई गई थी कार्यवाई,सदस्यों में देखा गया गहरा आक्रोश

बिलासपुर। बिलासपुर प्रेस क्लब में 20 जुलाई गुरुवार को बुलाई गई विशेष आम सभा बेनतीजा संपन्न हुई। इस दौरान सदस्यों द्वारा पुरजोर ढंग से चुनाव कराए जाने की मांग की गई। प्रेस क्लब कार्यकारिणी चुनाव कराने के लिए तैयार नहीं है। इसीलिए आम सभा में कार्यकारिणी के खिलाफ जमकर आक्रोश देखा गया। निर्धारित समय में शुरू हुई विशेष आम सभा में शुरू से ही कार्यकारिणी पर चुनाव कराने प्रेस क्लब के सदस्यों का दबाव बना रहा। आम सभा में उपस्थित अधिकांश सदस्यों का था कि प्रेस क्लब के संविधान में संशोधन चुनाव के बाद भी किया जा सकता है,मगर कार्यकारिणी अपनी जिद पर अड़ी रही।इस आमसभा में सबसे बड़ी बात यह रही की प्रेस क्लब की कार्यकारिणी ने आमसभा तो शुरू करा दी मगर कार्यवाही रजिस्टर अपने पास छुपाए रखा। दस बजे से शुरू हुई आमसभा में पुरजोर विरोध के कारण लगभग ढाई घंटे बाद साढ़े बारह बजे सभा के समक्ष कार्यवाई रजिस्टर प्रस्तुत किया गया।जैसे ही रजिस्टर सार्वजनिक हुआ तो उसमें ट्रस्ट में आज की आम सभा की कार्यवाही पहले से ही घर से लिखकर लाई गई थी। जिसमें अध्यक्ष सहित तीन अन्य पदाधिकारियों के हस्ताक्षर थे। सचिव की मौजूदगी में कार्यवाही रजिस्टर में चोरी-छिपे कार्यवाही लिखकर लाना और प्रस्ताव पारित हो जाना बताना मौजूद सदस्यों को और आक्रोशित कर गया। देखते ही देखते माहौल गरमा गया। परिस्थितियों को भांपकर रजिस्टर छुपाया जाने लगा मगर सदस्यों के आक्रोश ने ऐसा होने नहीं दिया,और पीठ पीछे की गई सारी गड़बड़ सबके सामने आ गयी। देखते ही देखते कुछ देर में आम सभा में मौजूद सदस्यों के सामने से फिर से रजिस्टर गायब कर दिया गया।

हालांकि यहां किसी भी सदस्य ने अपने हस्ताक्षर नहीं किए और यह विशेष आम सभा किसी भी तरह के प्रस्ताव को पारित किए बिना सदस्यों के उग्र विरोध के चलते खत्म हो गई। अब सदस्यों को आशंका यह है कि कार्यवाही रजिस्टर को ले जाने के बाद अब उसमें चोरी-छिपे दस्तखत कर सहायक पंजीयक फर्म सोसायटी में जमा करने के बाद प्रस्ताव पारित होना बताया जाएगा।प्रेस क्लब के तमाम सदस्यों ने कार्यालय जाकर पंजीयक फर्म सोसाइटी से तत्काल चुनाव कराने की मांग है। प्रेस क्लब के सचिव इरशाद अली ने भी पंजीयक फर्म एवं संस्थाएं रायपुर एवं बिलासपुर के अधिकारियों को लिखित में शिकायत देने के साथ ही तमाम तथ्य भी उनके समक्ष प्रस्तुत कर दिए हैं।अधिकारियों से आग्रह किया गया है कि बाद में चोरी छिपे आम सभा की कार्यवाही के रूप में गैर पारित प्रस्तावों को जमा करने का प्रयास किया जाएगा जिसे आमसभा के नियमों के विरुद्ध माना जाएगा। अधिकारियों से पत्रकारों ने अपनी आपत्ति जताकर जल्द से जल्द चुनाव कराए जाने की मांग की है।