राजनांदगांव /,शहर के लोकप्रिय वरिष्ठ मजदूर नेता व भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख आधार स्तंभ, पूर्व मंत्री लीलाराम भोजवानी का आज स्थानीय मुक्तिधाम में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
गुरुवार को दोपहर साढ़े 3 बजे उनके निजी निवास से निकाली गई उनकी अंतिम यात्रा में पूरे प्रदेश भर से भाजपा व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उमड़े रहे और बरसते पानी में उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो कर उन्हें नम आंखों से विदाई दी।
जन नेता श्री लीलाराम भोजवानी की अंतिम यात्रा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राष्ट्रीय भाजपा उपाध्यक्ष -डा, रमनसिंह, जिले के सांसद संतोष पांडे,पूर्व विधान सभा अध्यक्ष, गौरीशंकर शर्मा, पूर्व मंत्री शिवरतन शर्मा, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अमित चिमनानी,पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष,नंद कुमार साय,पूर्व कलेक्टर व भाजपा नेता जी,एस, मिश्रा,विहिप के प्रदेशाध्यक्ष अमित मोदी , वरिष्ठ भाजपा नेता खूबचंद पारख, सुरेश डुलानी,पूर्व सांसद अशोक शर्मा,मधुसूदन यादव, अभिषेक सिंह पूर्व संसदीय सचिव सियाराम साहू,संजय श्रीवास्तव,पूर्व विधायक कोमल जंघेल, बालमुकुंद देवांगन,खेदुराम साहू, विनोद खांडेकर, रामजी भारती,संजीव शाह, डॉ दयाराम साहू विक्रांत सिंह,धम्मन साहू , कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व अंत्याव्यवसायी वित्त निगम के अध्यक्ष धनेश पाटिला, पूर्व महापौर अजीत जैन, सुदेश देशमुख अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष हफीज खान पर्यटन मंडल सदस्य निखिल द्विवेदी खादी ग्रामोद्योग के सदस्य श्रीकिशन खंडेलवाल, युवा आयोग के अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान पूर्व, अध्यक्ष शशि कांत द्विवेदी अशोक चौधरी, राजगामी संपदा के अध्यक्ष विवेक वासनिक मंडी अध्यक्ष गोवर्धन देशमुख रमेश खंडेलवाल, कुतुबुद्दीन सोलंकी, नरेंद्र डाकलिया जिला भाजपा अध्यक्ष रमेश पटेल, पूर्व जिला भाजपा अध्यक्ष संतोष अग्रवाल, सुरेश एच,लाल ,भरत वर्मा, राजेन्द्र गोलछा, महामंत्री सचिन बघेल, दिनेश गांधी ,अरविन्दर सिंह मंगै, प्रदेश किसान मोर्चा के कोमल सिंह राजपूत, कमलजीत सिह पिंटू, रुबी गरचा,छगन मूंदड़ा, राजेश श्यामकर, अशोक देवांगन, लीलाधर साहू,किशुन यदु ,शिव वर्मा आदि सहित बड़ी संख्या में नेता, मंत्री,पूर्व मंत्री व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
भाजपा के आधार स्तम्भ
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लीलाराम भोजवानी उन विरले नेताओं में शुमार थे, जिन्होंने भारतीय जनसंघ के प्रारंभिक काल में पार्टी की जड़ों को मजबूत बनाने के लिए भीषण संघर्ष किया। चना और मुर्रा की कहानी भोजवानी जी के जीवन में ही चरितार्थ रही। उन्होंने उस दौर में जब पूरे देश में ऊपर से लेकर नीचे तक कांग्रेस का बोलबाला था उस दौरान वे अविजित योद्धा की तरह नगर पालिका परिषद के चुनाव, एक पार्षद की हैसियत से जीतते चले आ रहे थे,उनके संघर्ष का आलम यह था कि 1984 में विधानसभा का पहला चुनाव लड़ते हुए उन्होंने तब पार्टी की जमानत बचाई थी,अगले चुनाव में भारी बहुमत से विजय हुए ।वह जन – जन के नेता थे उन्होंने एफ सी आई गोदाम के हमालों के लिए तो केंद्र सरकार का खजाना ही खुलवा दिया ।
श्री भोजवानी ने राजनांदगांव शहर में पहली झुग्गी बस्ती इंदिरा नगर को अपने अथक प्रयासों से व्यवस्थित ही नही किया,झुग्गी झोपड़ी वासियों को पट्टा भी दिलाया । उनके इस कार्य से ही उनकी कीर्ति फैली,व उनकी लोकप्रियता का आलम यह था कि सुबह 6 बजे से जन समस्याओं से ग्रस्त फरियादी उनके घर पहुंच जाते थे, लुंगी और बनियान में ही भोजवानी जी उनकी समस्याओं को देर दोपहर तक सुना करते थे और उसका निराकरण भी किया करते थे। वे जन जन में काफी लोकप्रिय थे, उनके निधन से भारतीय जनसंघ व भारतीय जनता पार्टी के एक युग का अंत हो गया है । श्री भोजवानी राजनीति के ऐसे शख्स थे कि उनके भीषण राजनीतिक संघर्ष में भी कोई कोई व्यक्तिगत दुश्मन नहीं हुआ। वह हमेशा सबको साथ लेकर चलने पर विश्वास करते थे, यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी की जिले की राजनीति में उनका एक छत्र राज कायम रहा, ऐसे जननायक को आज श्रद्धांजलि देने के लिए जिले व प्रदेश के कोने-कोने से लोगो का हुजूम उमड़ पड़ा।
सबके चहेते नेता श्री लीलाराम भोजवानी के निधन की खबर सुनते ही शहर में शोक का माहौल व्याप्त हो गया ।आज सुबह 11 बजे से ही उनके झूलेलाल नगर स्थित निवास में उनकी अंतिम दर्शन के लिए लोगों का तांता लगा रहा।शहर सहित प्रदेश के सभी बड़े नेताओं ने भोजवानी जी के अंतिम दर्शन कर उन्हे भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
खुली जीप में रखा गया पार्थिव शरीर गुरुवार को तय समय दोपहर 3:30 बजे को झूलेलाल नगर से स्थित उनके निवास से उनकी अंतिम यात्रा के लिए एक खुली जीप में उनके पार्थिव शरीर को रखा गया और आसपास बड़ी संख्या में लोग उनके साथ चल रहे थे ,स्थान -स्थान पर नागरिकों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। आज सुबह को 11:00 बजे से ही उनकी पार्थीव देह को घर के बाहर एक बड़े स्टेज पर रखा गया, सभी उपस्थित हजारों लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया, इस अवसर पर सिंधी समाज के सभी वरिष्ठ जनों ने उन्हें पुष्प चक्र से श्रद्धांजलि अर्पित की।
भोजवानी जी की अंतिम यात्रा मानव मंदिर चौक, सिनेमा लाइन,गंज चौक होते हुए भाजपा कार्यालय पहुंची, जहां पर हजारों की संख्या में भाजपा के प्रदेश स्तर के नेता एवं जिले भर के कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
भोजवानी जी के अंतिम यात्रा में आसमान भी रो पड़ा और भाजपा कार्यालय के पहुंचने से पूर्व भारी वर्षा भी हुई।
पार्टी कार्यालय के प्रांगण में उनके लिए गोल टेबल पर पुष्प से आच्छादित आसन व्यवस्था की गई थी, जिस पर भोजवानी जी के पार्थिव शरीर को रखा गया, उपस्थित उपरोक्त सभी नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया, इस दौरान भोजवानी जी अमर रहे के नारे भी गूंज उठे। तत्पश्चात अंतिम यात्रा मुक्तिधाम पहुंची जहां पर भोजवानी जी को पूर्व मंत्री होने के ना ते गार्ड ऑफ ऑनर के साथ पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई।
मुक्तिधाम में उपरोक्त नेताओं सहित डा० पुखराज बाफना, शैलेन्द्र कोठारी (मुन्ना भैया) प्रेस जगत से दीपक बुद्धदेव, सुशील कोठारी, जितेन्द्र मिश्रा, जीतू सिंह प्रेस क्लब अध्यक्ष सचिन अग्रहरि, पुरुषोत्तम तिवारी दीपंकर खोबरागड़े, संदीप साहू आत्माराम कोशा “अमात्य”, रंगकर्मी शरद श्रीवास्तव संजु नागदेवे वरिष्ठ पार्षद देवशरण सेन सावन वर्मा, पारस वर्मा,गप्पु सोनकर, सूनील रामटेके,अरुण दामले, छ०ग० सिंधी समाज व भारतीय सिंधु सभा के प्रदेशाध्यक्ष अशोक नेनवानी मुरली शादीजा बालाघाट से पधारे लघु उद्योग भारती के रुपचंद भीमनानी शहर सिंधी समाज के ब्रह्मानन्द बजाज तरुण लहरवानी ,संजय भाई चेंबर आफ कामर्स के शरद अग्रवाल व अन्य सदस्यों, सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर मुक्तिधाम में आयोजित श्रद्धांजलि सभा का संचालन राजेन्द्र गोलछा ने किया वहीं अंतिम अरदास डॉ के,एस, कंजवानी ने पढ़ी,।