किसी को दिखाकर सेवा ना करें किसी को पता ना चले और सेवा हो जाए ऐसा कार्य करें,,, वरुण सांईं

एक शाम भगवान झूलेलाल के नाम श्री झूलेलाल मंदिर झूलेलाल नगर चक्करभाटा में चंद्र महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया एक शाम भगवान झूलेलाल के नाम कार्यक्रम की शुरुआत भगवान झूलेलाल बाबा गुरु मुख दास जी के मूर्ति पर फूलों की माला पनाकर पूज्य बहराणा साहब की अखंड ज्योत प्रज्वलित करके की गई इस अवसर पर ग्वालियर से जय किशन तरलेजा म्यूजिकल पार्टी के द्वारा भक्ति मेंय कार्यक्रम की शानदार प्रस्तुति दी गई अपने भक्ति भरे भजनों से भक्तों को झूमने के लिए मजबूर कर दिया एक से बढ़कर एक माता के भगवान झूलेलाल के बाबा गुरुमुख दास जी के भगवान श्री गणेश के और सिंधी और हिंदी में भजन गए वरुण सांई जी के द्वारा अपनी अमृतवाणी में एक भजन गया जीसे सुनकर भक्तजन भाव विभोर हो गए
एवं आए हुए सभी भक्तजनों को चंद्र दिवस की बधाइयां दी व शुभकामनाएं दि सांई जी ने फरमाया कि किसी भी भक्त को सेवा दिखाकर नहीं करनी चाहिए सेवा ऐसी करो किसी को पता ना चले

संत आ रहे हैं और आप उसके सामने झाड़ू उठाकर सेवा कर रहे हो या पानी भर रहे हो तो वह सेवा नहीं है बल्कि दिखावा है आप लोग कई कार्यक्रम में जाते हैं सेवा करने के लिए तो दिखाकर सेवा न करें बल्कि खुद ही अपने आप ही सेवा में लग जाए जहां भी आपको लगता है कि यहां साफ सफाई की जरूरत है यहां पर पानी पिलाने की जरूरत है खाना खिलाने की जरूरत है चप्पल उठाने की जरूरत है जो भी सेवा समझ में आए खुद ही सेवा में लग जाए और मन और तन को दोनों को संपूर्ण सेवा में लगाए तभी उसका लाभ आपको मिलेगा सेवा कोई भी छोटी और बड़ी नहीं होती है सेवा करना ही बड़ी बात है और सच्चे दिल से सच्चे मन से सेवा करने से यह लोग के साथ-साथ परलोक भी संवर जाता है नाम की कमाई और सेवा की कमाई ऐसी चीज है जिसे कोई चुरा नहीं सकता है जीसे कोई लूट नहीं सकता है जिसे कोई अग्नि जला नहीं सकती है वह आपकी कमाई इस लोक के साथ-साथ परलोक में भी काम आएगी और जितनी करोगे उतनी डबल बढ़ाती जाएगी सेवा का कोई मोल नहीं वह तो अनमोल है
इस अवसर पर भक्त जनों के संग सांई जी के द्वारा सिंधी छैज की गई
कार्य क्रम के आखिर में आरती की गई अरदास की गई विश्व कल्याण के पल्लव पाया गया प्रसाद वितरण किया गया आए हुए सभी भक्त जनों के लिए आम भंडारे का आयोजन किया गया बड़ी संख्या में भक्त जनो ने भंडारा ग्रहण किया और मन ,,तन को तृप्त किया

ढोल बाजे के साथ पूज्य बहाराणा साहब को मंदिर से निकाल कर तालाब पहुंचे यहां पर विधि विधान के साथ बहराणा साहब का विसर्जन
किया गया अखंड ज्योत को तराया गया सांई जी के द्वारा
इस पूरे कार्यक्रम का सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव प्रसारण किया गया हजारों की संख्या में घर बैठे लोगों ने आज के कार्यक्रम का आनंद लिया इस पूरे कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में भक्त जन
बिलासपुर भाटापारा मुंगेली तखतपुर तिल्दा रायपुर दुर्ग रायगढ़ से पहुंचे थे इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में बाबा गुरमुख दास सेवा समिति श्री झूलेलाल महिला सखी सेवा ग्रुप के सभी सदस्यों का विशेष सहयोग रहा