हिक कुड़ थयी हिक सच थयी जेकी कमाई कर तुहिंजे वस में थयी – संत सांई कालीराम जी

( ऐसा काम हमने क्या,किया जो तुमने मेरा हाथ थाम लिया मेरे..सांई) बिलासपुर/ चक्करभाटा:-श्री झूलेलाल चालिहा…

सांई तेरे चेहरे पर वह जादू है तेरी और खींचा हुआ चला आता हूं जाना था कहीं और तेरी और चला आता हूं, जावेद केशू

( चिट्ठी आई है चिट्ठी आई है चालिहा महोत्सव में शामिल होने के लिए सांई की…

जो आप दोगे वही आपको लौटकर वापस मिलेगा ! स्वामी हीरानंद महाराज जी:

( आप भी हंस की तरह कौवैं के झुंड में रहकर कौवे बन गए हो अपने…